CM योगी का बड़ा बयान, ढाई साल का बच्चा टोपी पहने व्यक्ति को समझता है गुंडा, पगड़ी पहनकर आते तो...
सदन में चर्चा से प्रदेश के विकास के लिए दिशा-दृष्टि मिलती है। राज्यपाल जी के प्रति मैं आभार प्रकट करता हूं
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत संवाद है।राज्यपाल का अभिभाषण सरकार का दस्तावेज होता है। सदन में चर्चा से प्रदेश के विकास के लिए दिशा-दृष्टि मिलती है। राज्यपाल जी के प्रति मैं आभार प्रकट करता हूं। इस दौरान सीएम योगी ने नेता विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि कि नेता विपक्ष अच्छे आदमी है, लेकिन गलत पार्टी में होने के कारण भटक जाते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि बीते वर्ष यूपी की विधानसभा में संवैधानिक अधिकारों के साथ दायित्वों पर भी चर्चा हुई थी। राज्यपाल का सम्मान करना सभी दलों का दायित्व है। राज्यपाल किसी पार्टी का नहीं पूरे प्रदेश का होता है. राज्यपाल पर टिप्पणी करना पीड़ादायक है। आज जन प्रतिनिधि लाख कोशिशों के बावजूद जनता का विश्वासपात्र नही बन पाता है क्योंकि आज जनप्रतिनिधि ही एक दूसरे का सम्मान नहीं करते।
इस दौरान सीएम योगी ने सदन में अज्ञेय की पंक्तियों के जिक्र किया- ‘सर्प तुम कभी नगर नहीं गए, नहीं सीखा तूने वहां बसना, तो फिर कहां से विष पाया, कहां सीखा डासना।’ सीएम ने कहा कि राज्य के प्रति सिर्फ सत्ता पक्ष का ही नहीं विपक्ष का भी दायित्व है।एनसीआरबी के आंकड़ों को तोड़-मरोड़ कर प्रदेश को बदनाम करते हैं। राज्यपाल का कम से कम महिला होने के नाते सम्मान किया जाना था।