डेंगू व वायरल बुखार से मौतों पर UP CM ने लिया सख्त एक्शन, इस बड़े पद के अधिकारी को तत्काल हटाया

फीरोजाबाद में डेंगू और वायरल फीवर को काबू करने में नाकाम होने के कारण उन्हें हटाया गया है। हापुड़ के एसीएमओ डा. दिनेश कुमार प्रेमी को नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है

डेंगू व वायरल बुखार से मौतों पर UP CM ने लिया सख्त एक्शन, इस बड़े पद के अधिकारी को तत्काल हटाया

पश्चिम उत्तर प्रदेश में डेंगू और वायरल बुखार के कारण स्थिति बेकाबू होती जा रही है। खासकर फीरोजाबाद में हालात बेहद नाजुक बन गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। उनके निर्देश पर फीरोजाबाद की मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. नीता कुलश्रेष्ठ को हटा दिया गया है। फीरोजाबाद में डेंगू और वायरल फीवर को काबू करने में नाकाम होने के कारण उन्हें हटाया गया है। हापुड़ के एसीएमओ डा. दिनेश कुमार प्रेमी को नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। नीता कुलश्रेष्ठ को अलीगढ़ में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर भेजा गया है।

सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) रविंद्र की ओर से तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं। फीरोजाबाद की सीएमओ रहीं डा. कुलश्रेष्ठ को अलीगढ़ के मलखान सिंह जिला चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर तैनाती दी गई है। दोनों को तत्काल नया पदभार ग्रहण करने के निर्देश भी दिए गए हैं। फीरोजाबाद में डेंगू व बुखार के कारण लोगों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ने के कारण शासन के निर्देश पर स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए राज्य स्तरीय विशेषज्ञ कमेटी भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजी गई है।

53 लोगों की हो चुकी है मौत

फीरोजाबाद में डेंगू और वायरल फीवर का कितना प्रकोप है, इसे इसी बात से समझा जा सकता है कि अब तक वहां 53 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सिर्फ राजकीय मेडिकल कालेज में ही 60 से अधिक बच्चे भर्ती हैं। स्थिति इतनी गंभीर न हुई होती यदि शुरू से ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया होता।

सीएम योगी ने स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा की

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने बुधवार को अधिकारियों के साथ हुई उच्‍च स्‍तरीय बैठक में फीरोजाबाद में स्वास्थ्य व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया कि वहां की स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखे। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम जिले में कैम्प करे और स्थानीय जरूरत के अनुसार, चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित कराएं। लोगों को समय पर सही जानकारी उपलब्ध कराई जाए।