CAA और NRC के सहारे बिहार के तीसरे चरण का चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान हो चुके हैं। दो चरणों के चुनाव प्रचार में ऐसा नहीं लगा कि CAA-NRC भी बिहार चुनाव में एक अहम किरदार में रहेगी
बिहार विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान हो चुके हैं। दो चरणों के चुनाव प्रचार में ऐसा नहीं लगा कि CAA-NRC भी बिहार चुनाव में एक अहम किरदार में रहेगी। तीसरे चरण के मतदान के लिए सीमांचल इलाके में CAA-NRC चुनाव प्रचार में एक अहम मुद्दा बनता जा रहा है।
प्रत्येक राजनीतिक पार्टियां बिहार के सीमांचल इलाके की जनता के वोट साधने के लिए CAA-NRC पर अपनी बिसात बिछा रही हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हो या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या फिर एआईएमआईएम प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी तीसरे चरण के चुनाव प्रचार में सबने CAA-NRC को अपना अहम मुद्दा बनाया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र किशनगंज के कोचाधामन में अपनी रैली के दौरान कहा कि कुछ लोग जनता में गलत बाते फैला रहे हैं कि उन्हें देश के बाहर कर दिया जाएगा। मैं कहता हुं कि किसके अंदर इतना दम है कि देश की जनता को देश के बाहर निकाल सके। यहां पर सभी लोग देश का हिस्सा हैं और उन्हें कोई बाहर नही निकाल सकता है।
जहां पर नीतीश कुमार अपने बयान से सबको बचाने के प्रयास में लगे रहे वहीं दुसरी तरफ योगी आदित्यनाथ कटियार में अपने भाषण में भारत में घुसपैठियों को बाहर खदेड़ने की बात कर रहे थे। आदित्यनाथ ने रैली में भाषण में देते हुए कहा कि बाहर आए प्रतड़ितों को हमने अपने देश में सुरक्षा प्रदान की है। यदि कोई बाहरी व्यक्ति देश की सुरक्षा को भंग करता है तो हम उस घुसपैठिये को हम लोग देश के बाहर निकाल फेकेंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिहार के कटियार इलाके में भी काफी घुसपैठिये हैं जिसस् वहां के निवासी परेशान है, अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो उन घुसपैठियों को देश के बाहर निकाला जाएगा।
हैदराबाद से सासंद असद्दुदीन ओवैसी भी बिहार प्रचार में एनआरसी का मुद्दा उठा कर वहां पर अपनी दाल गलाने कोशिश में लगे हैं। CAA और NRC के मुद्दे को उठाकर ओवैसी ने मोदी और नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि जब बीजेपी और आरएसएस सीमांचल में रह रहे लोगों को घुसपैठिये बता रही थी तब कांग्रेस और आरजेडी ने उनके पक्ष में कुछ क्यों नही बोला।
ओवैसी ने कहा कि सरकार सीएए-एनआरसी दोनों को लागू करने की बात कह रही है इस पर नीतीश कुमार क्यों चुप हैं। सीएए और एनआरसी केवल मुस्लिमों के लिए ही नही बल्कि हिन्दुओं के लिए भी सही नही है। इससे मुस्लिमों के साथ साथ हिन्हुओं में भी डर बैठेगा