पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा राजनीतिक पलायन, TMC के 34 नेता एक साथ बीजेपी में शामिल

तृणमूल के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी और पांच विधायकों, एक सांसद समेत 34 नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये.

पश्चिम बंगाल में सबसे बड़ा राजनीतिक पलायन, TMC के 34 नेता एक साथ बीजेपी में शामिल

पश्चिम बंगाल की राजनीति में सबसे बड़ा पलायन देखने को मिला है, जब तृणमूल कांग्रेस के 34 नेताओं ने एक साथ अपनी पार्टी छोड़ दी। तृणमूल के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी और पांच विधायकों, एक सांसद समेत 34 नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये. मेदिनीपुर में अमित शाह की रैली में इन लोगों ने भाजपा का झंडा थाम लिया. पार्टी छोड़ने वाले तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने आशंका जताई है आने वाले समय में और भी नेता बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता सौगत रॉय ने बीजेपी में शामिल होने वालों को विश्वासघाती करार देते हुए कहा कि ऐसे तत्वों का पार्टी छोड़ना ही ठीक है। सूत्रों के मानें तो साल 1998 में ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाए जाने के बाद से एक दिन में तृणमूल से सबसे बड़ा पलायन है। पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों के बाद से तृणमूल कांग्रेस के 10 विधायक तथा कांग्रेस और माकपा के एक-एक विधायक बीजेपी के खेमे में जा चुके है। हालांकि, इनमें से किसी ने विधानसभा की सदस्यात नहीं छोड़ी।

अमित शाह की रैली में भाजपा का दामन थामने वाले नेताओं को मिलाकर अब तक तृणमूल कांग्रेस के 15 विधायक, माकपा के 3 विधायक और कांग्रेस के 2 विधायक भाजपा खेमे में आ चुके हैं. 294 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के 6 विधायक हैं.

अमित शाह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बंगाल में बदलाव के लिए जनता सहयोग करे. उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप किसानों का समर्थन करती हैं फिर क्यों किसानों तक छह हज़ार रुपये पहुंचने नहीं दे रहीं. उन्होंने कहा कि पहले बंगाल अमीर राज्यों में से एक था और आज बंगाल टोलबाजी और भ्रष्टाचार में नंबर 1 है.


अमित शाह ने टीएमसी से बीजेपी में आए शुभेंदु अधिकारी का हृदय से स्वागत किया और कहा कि आज का रोड शो टीएमसी को जवाब है. उन्होंने आरोप ये भी लगाया कि राहत पैकेज में भी भ्रष्टाचार हुआ. उन्होंने कहा कि बंगाल में बदलाव के लिए मोदी का नेतृत्व ज़रूरी है. वामपंथी और टीएमसी के शासन में बंगाल का विकास रुका है. मोदी के नेतृत्व में सोनार बांग्ला का सपना पूरा करेंगे.