PCC चीफ Dotasra का बड़ा बयान, मोदी सरकार अंग्रेजों की तरह कर रही है व्यवहार

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है.डोटासरा ने कहा कि केन्द्र सरकार अंग्रेजों की तरह जुल्म ढा रही हैं।

PCC चीफ Dotasra का बड़ा बयान, मोदी सरकार अंग्रेजों की तरह कर रही है व्यवहार

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने आज से राजस्थान (Rajasthan) के 4 विधानसभा सीटों (Assembly seats) पर होने वाले उप चुनाव की तैयारियों का आगाज कर दिया है. 


 कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसानों आंदोलन (KisanProtest) को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है.डोटासरा ने कहा कि केन्द्र सरकार अंग्रेजों की तरह जुल्म ढा रही हैं। अंग्रेजों की फूट डालो, राज करो की नीति अपनाते हुए आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किस प्रकार के दबाव में है जो उन्हें शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों का आंदोलन सहन नहीं हो पा रहा हैं. डोटासरा ने कहा कि कुछ असमाजिक तत्वों के लाल किले पर की गई घटना की आड़ में किसानों पर दबाव बनाया जा रहा हैं। जबकि इस घटना में भी BJP के लोगों के शामिल होने की चर्चाएं हैं, अगर जांच कराई जाए तो सच्चाई सबके सामने आ जाएगी.


दरअसल डोटासरा आज से दो दिवसीय मेवाड़ दौरे पर है. दौरे पर जाने से पहले डोटासरा ने कहा कि केन्द्र सरकार को यह समझना चाहिए कि किसानों के वोट से बनी हुई है उनकी सरकार. यदि उन्हें नहीं सुनेंगे तो यह देश का दुर्भाग्य है. उन्हेांने कहा कि NDA की पहली सरकार के दौरान भी भूमि अधिग्रहण कानून में परिवर्तन पर कांग्रेस ने पहले भी आंदोलन (KisanProtest) को समर्थन दिया था. जिसके बाद मोदी सरकार को मानना पड़ा था.


डोटासरा ने कहा कि सरकार को यह समझना चाहिए कि इन कानूनों से जब किसान कह रहे है कि इससे कोई लाभ का सौदा नहीं हो रहा है. फिर आखिर क्यों जबर्दस्ती कर रखी है. इसी के साथ डोटासरा ने सोशल एक्टविस्ट और पत्रकारों पर देशद्रोह की धाराएं लगाने के मामलों में कहा कि यदि मोदी सरकार के पक्ष में कोई बात नहीं कहे या उनकी बात नहीं माने तो उसके खिलाफ देशद्रोह करार दिया जाता हैं.


वहीं राकेश टिकैत को लेकर डोटासरा ने कहा कि यदि मोदी सरकार के पक्ष में कोई बात नहीं कहे या उनकी बात नहीं माने तो उसके खिलाफ देशद्रोह करार दिया जाता हैं. किसान नेता राकेश टिकैत पर दबाव बनाना गलत हैं.