बड़ी साजिश का खुलासा! लद्दाख तनाव के दौरान भारत को अंधेरे में डुबाना चाहता था चीन, चीनी हैकर्स के निशाने पर है देश के 12 महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर
चीन के हैकर्स ने बीते साल के अक्टूबर महीने में भारत पर जोरदार साइबर हमला किया था. ड्रैगन के निशाने पर भारत के पॉवर ग्रिड, बैंक और आईटी कंपनियां थी.
जिन दिनों भारतीय जवान लद्दाख बार्डर पर चीन से लोहा ले रहे थे, उस दौरान चीन भारत पर साइबर अटैक करने की पूरी कोशिश कर रहा था. एक अमेरिकी अखबार में छपी खबर के अनुसार, चीन के हैकर्स ने बीते साल के अक्टूबर महीने में भारत पर जोरदार साइबर हमला किया था. ड्रैगन के निशाने पर भारत के पॉवर ग्रिड, बैंक और आईटी कंपनियां थी. अमरिकी मीडिया के अनुसार अक्टूबर में चीन के साइबर हमलावरों की टीम ने महज 5 दिनों में 40 हजार से ज्यादा बार साइबर अटैक किया था. स्टडी में कहा गया है कि जून में गलवान घाटी झड़प के चार महीन बाद 12 अक्टूबर को मुंबई में हुए ब्लैकआउट में चीन का हाथ था।
चीन ने पावर ग्रिड पर साइबर अटैक किया था. जिसका ट्रेलर पिछले साल मुंबई का ब्लैकआउट था. चीनी हैकर्स के निशाने पर देश के 12 संगठन महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर हैं.
रिकार्डेड फ्यूचर में खुलासा हुआ है कि देश के 12 महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर पर चीनी हैकर्स के निशाने पर है. इस रिपोर्ट के मुताबिक एनटीपीसी लिमिटेड, पांच रीजनल लोड डिस्पैच सेंटर्स और दो बंदरगाहों पर हैकर्स ने हमला किया था. भारतीय राष्ट्रीय महत्वपूर्ण सूचना इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन सेंटर (NCIIPC) की परिभाषा के अनुसार, सभी 12 संगठन महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर हैं.
पावर ग्रिड और ट्रांसमिशन लाइन में चीनी हैकर्स ने की थी घुसपैठ
रिकॉर्डेड फ्यूचर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर स्टुअर्ट सोलोमन ने कहा कि चीन की सरकारी हैकर्स की रेड इको नाम की फर्म ने गुपचुप तरीके से भारत के एक दर्जन से ज्यादा पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन लाइन मे घुसपैठ के लिए अडवांस साइबर हैकिंग के तकनीकों का व्यवस्थित रूप से उपयोग किया था। उस समय ही मुंबई में पावर ग्रिड फेल होने से बिजली सप्लाई बाधित हो गई थी। हालांकि, यह साबित नहीं किया जा सका था कि क्या इसके पीछे साइबर अटैक था या कोई दूसरी वजह।
12 अक्टूबर 2020 की सुबह मुंबई में अचानक से बिजली सप्लाई बंद होने से हड़कंप मच गया था। कभी न रुकने वाली मुंबई अचानक थम सी गई थी। बिजली जाने से कोरोना की मार झेल रहे मुंबई के अस्पतालों में वेंटिलेटर्स काम करना बंद कर दिए थे। ऑफिसों में बिजली चले जाने से अंधेरा हो गया था। हालांकि, 2 घंटे के मशक्कत के बाद फिर से पावर सप्लाई को चालू कर दिया गया था।