चुनाव से पहले केरल में मच सकता है बड़ा राजनीतिक बवाल, मुख्यमंत्री समेत 3 कैबिनेट मंत्रियों का स्मगलिंग केस में आया नाम
मुख्यमंत्री के अलावा इस केस में तीन कैबिनेट मंत्रियों के भी नाम सामने आए हैं। पिछले साल सुर्खियों में आए सोने की तस्करी मामले की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने कस्टम विभाग की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है....
केरल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत में बहुत बड़ा भूचाल आ गया है। दरअसल, सोना तस्करी मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई का नाम सामने आया है। मुख्यमंत्री के अलावा इस केस में तीन कैबिनेट मंत्रियों के भी नाम सामने आए हैं। पिछले साल सुर्खियों में आए सोने की तस्करी मामले की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने कस्टम विभाग की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है.स्वप्ना सुरेश ने सीमा शुल्क (कस्टम) के अधिकारियों को बताया है कि मुख्यमंत्री समेत उनके 3 मंत्री भी इस मामले में शामिल हैं।
कुमार के मुताबिक स्वप्ना ने ये स्टेटमेंट एर्नाकुलम के मजिस्ट्रेट के सामने दिए थे. इसके अलावा स्वप्ना ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट के तीन मंत्रियों पर भी विदेशी मुद्रा की स्मगलिंग के आरोप लगाए हैं. याद दिला दें कि स्वप्ना के आरोप राज्य में चुनावों से ऐन पहले आए हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गए हैं. गोल्ड रैकेट मामले की जांच पांच केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के मुताबिक ये जांच राजनीतिक रूप से प्रभावित है.
तस्करी के मामले की मुख्य आरोपी स्वपना सुरेश ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर, एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, राजनेताओं, वाणिज्य दूतावास और तस्करी सिंडिकेट के बीच मुख्य लिंक थे। कस्टम आयुक्त सुमित कुमार ने केरल हाईकोर्ट को दिए हलफनामा में बताया है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को अरबी भाषा नहीं आती है. इसलिए तस्करी मामले की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश और कॉन्स्युलेट जनरल के बीच मध्यस्थता करती थी. स्वप्ना ने बताया कि सोने की तस्करी में होने वाले सौदे में मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों को करोड़ों रुपये कमिशन के तौर पर दिया जाता था.
कस्टम कमिश्रर ने यह भी बताया है कि स्वप्ना ने सीएम विजयन और उनके पूर्व मुख्य सचिव के साथ अपने नजदीकी रिश्तों का खुलासा किया है. इससे पहले केरल में विपक्ष यूडीएफ भी पिनराई विजयन पर सवाल खड़े कर चुकी है. जनवरी महीने में सदन की कार्यवाही के दौरान यूडीएफ ने कहा था कि राज्य के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब मुख्यमंत्री कार्यालय सोना तस्करी जैसे मामले में संदेह के घेरे में आया है. कई एजेंसियां एक ही वक्त पर इस मामले की जांच कर रही हैं.
आपको बता दें कि गोल्ड स्मगलिंग का ये केस दुबई से जुड़ा हुआ है और स्वपना सुरेश का भी कनेक्शन यूएई से है। दरअसल, अबू धाबी में जन्मी स्वप्ना सुरेश ने अबू धाबी में ही पढ़ाई की और उसके बाद एयरपोर्ट पर नौकरी मिल गई थी। बाद में स्वपना ने 2013 में एयर इंडिया में एसएटीएस की नौकरी ज्वाइन कर ली। 2016 में जब धोखाधड़ी के एक केस में क्राइम ब्रांच ने उसकी जांच शुरू की तो स्वप्ना वापस अबू धाबी चली गई। अबू धाबी में वो यूएई महावाणिज्य दूतावास में वह महावाणिज्य दूत की सचिव बन गई। इस दौरान स्वप्ना ने बड़े- बड़े लोगों से जान पहचान बढ़ानी शुरू की और बाद में केरल सरकार में आईटी डिपार्टमेंट तक पहुंच गई। इसके बाद गोल्ड स्मगलिंग केस में नाम आने के बाद स्वप्ना ने कई खुलासे किए।