अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार के इस फैसले पर पुनर्विचार करने की दी सलाह, कोरोना के नए स्ट्रेन को हल्के में न लें
गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए ब्रिटेन से पुन: फ्लाइट्स शुरू करने के फैसले पर केंद्र को पुनर्विचार करने की सलाह दी है।
राजस्थान में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM_Gehlot) ने इस पर चिंता जताई है. गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए ब्रिटेन से पुन: फ्लाइट्स शुरू करने के फैसले पर केंद्र को पुनर्विचार करने की सलाह दी है। इसके साथ ही, उन्होंने चेताया कि इस नए स्ट्रेन को हल्के में लिया तो कही पहले जैसी स्थिति न हो जाए, जो लॉकडाउन में हुई थी।
अगर जनवरी, 2020 में कोरोना की शुरुआत में विदेशों से आने वाली फ्लाइट्स को रोका गया होता तो आज ये स्थिति नहीं बनती। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्रिटेन से पिछले दिनों में लौटे सभी यात्री और इनके संपर्क में आए सभी लोग अपना कोरोना टेस्ट जरूर कराएं जिससे कोरोना के इस नए स्ट्रेन को आगे फैलने से रोका जा सके. भारत सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि ब्रिटेन से फ्लाइट चलने के बाद कोरोना के नए स्ट्रेन से पूर्व जैसी स्थिति ना बन जाए.
ब्रिटेन में मिले नए कोरोना स्ट्रेन के मामले भारत में बढ़ते जा रहे हैं। 7 जनवरी को ब्रिटेन से पुन: फ्लाइट शुरू करने के फैसले पर भारत सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।अगर जनवरी, 2020 में कोरोना की शुरुआत में विदेशों से आने वाली फ्लाइट्स को रोका गया होता तो आज ये स्थिति नहीं बनती।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 5, 2021
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आपको बता दें कि ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन के बाद वहां की सरकार ने पूरे ब्रिटेन में लॉकडाउन लगा दिया है। भारत में भी ब्रिटेन से सफर करके आए कई यात्रियों में कोरोना के नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। राजस्थान के श्रीगंगानगर में भी सोमवार को एक ही परिवार के 3 सदस्यों में नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है।
ब्रिटेन में मिले नए कोरोना स्ट्रेन के मामले भारत में बढ़ते जा रहे हैं। 7 जनवरी को ब्रिटेन से पुन: फ्लाइट शुरू करने के फैसले पर भारत सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।अगर जनवरी, 2020 में कोरोना की शुरुआत में विदेशों से आने वाली फ्लाइट्स को रोका गया होता तो आज ये स्थिति नहीं बनती।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 5, 2021
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सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक के मालिक एक दूसरे से भीड़ गए है. दोनों कंपनियां अपनी अपनी वैक्सीन को बेहतर बता रही है. लिहाजा इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक कंपनियों की वैक्सीन को भारत में मंजूरी मिलने के बाद दोनों कंपनियों के बीच हुई आपसी बयानबाजी दुर्भाग्यपूर्ण है. यह संवेदनशील मुद्दा है जिसमें प्रधानमंत्री को दखल देना चाहिए.