China से तनाव के बीच सेना प्रमुख नरवणे पहुंचे लेह, फायर ऐंड फ्यूरी कॉर्प का किया दौरा
भारतीय सेना प्रमुख नरवणे ‘फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स’ की एकदिवसीय यात्रा पर लेह पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के रेचिन ला समेत फॉरवर्ड एरिया का दौरा किया।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख नरवणे ‘फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स’ की एकदिवसीय यात्रा पर लेह पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स के रेचिन ला समेत फॉरवर्ड एरिया का दौरा किया। सेना प्रमुख (MM Naravane) ने एलएसी के साथ स्थिति का मूल्यांकन किया। साथ ही स्थानीय कमांडरों और सैनिकों के साथ बातचीत की और उनके उच्च मनोबल और तत्परता की स्थिति की सराहना की। सेना प्रमुख ने यहां मौजूद जवानों को क्रिसमस और नए साल की बधाई दी, साथ ही मिठाई और केक भी सौंपी. इससे पहले भी विवाद जब अपने चरम पर था, तब भी सेना प्रमुख ने कई बार लेह-लद्दाख पहुंच कर जवानों का हौसला बढ़ाया था.
General MM Naravane #COAS visited forward areas of #FireandFury Corps including Rechin La and undertook a first-hand assessment of the situation along the LAC. He was briefed by #GOC #FireandFury Corps and other local commanders on the operational preparedness of our forces. pic.twitter.com/W0xVgMO1Oz
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) December 23, 2020
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के दौरे के दौरान भारतीय सेना की परिचालन तैयारियों पर जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स और अन्य स्थानीय कमांडरों द्वारा जानकारी दी गई। इस दौरे की कुछ तस्वीरें भी शेयर की गई है। नरवने ने रेचिन ला में बचाव की अग्रिम पंक्ति पर सैनिकों के निवास स्थान की स्थिति का निरीक्षण किया. उन्होंने एलएसी पर भारतीय सेना के साथ सैनिकों के लिए सहज और आराम दायक बनाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की.
गौरतलब है कि LAC पर बीते मई महीने से ही चीन के साथ भारत का तनाव जारी है। इस तनाव को कम करने के लिए बीते काफी महीने से दोनों पक्षों के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर की शांति वार्ता का दौर जारी है। हालांकि चीन की तरफ से इस तनाव को कम करने का नाम नहीं लिया जा रहा है। उसकी तरफ से विवादों को बढ़ाने की गतिविधियां की जाती रही हैं। जिसके चलते ठंड में भी दोनों सेनाएं आमने सामने खड़ी हैं।
चीन का सामना करने के लिए भारतीय सेना को हर तरह से तैयार किया जा रहा है। कई बार केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी अपने बयानों में कहा है कि भारतीय सेना किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है।