करीब 3 साल बाद मुलायम सिंह यादव ने किया चुनाव प्रचार, बेटे अखिलेश के लिए मांगा वोट, दिया ये फॉर्मूला
उन्होंने इस दौरान कहा कि अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के बाद किसान, व्यापारी और नौजवान को मदद दी जाएगी और ये ट्रिपल लेयर फार्मूला ही देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाएगी.
2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के बाद पहली बार समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) करीब तीन साल बाद चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरे. उन्होंने गुरुवार को मैनपुरी की करहल सीट (Karhal Assembly Seat) से अपने बेटे और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए झोली भर-भरकर वोट मांगे. उन्होंने इस दौरान कहा कि अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के बाद किसान, व्यापारी और नौजवान को मदद दी जाएगी और ये ट्रिपल लेयर फार्मूला ही देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाएगी.
करहल विधानसभा सीट से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री और मुलायमके करीबी रहे एसपी सिंह बघेल को अखिलेश के खिलाफ मैदान में उतारा है. कहा जा रहा है कि बीजेपी ने बहुत सोची समझी रणनीति के साथ यह फैसला लिया है. बीजेपी का यही कहना है कि अब मुलायम सिंह को भी चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरना पड़ा है. मुलायम सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भीड़ देखकर उम्मीद है कि परिवर्तन होने वाला है.