Chhattisgarh Politic: पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में आया नया मोड़, कई विधायक जा सकते हैंं दिल्ली
विधायकों के फिर से दिल्ली दौरे को लेकर पार्टी की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं आई है
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में राज्य सत्ता का मुखिया बदलने को लेकर चल रही सियासत थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब एक बार फिर से विधायकों के दिल्ली दौरे शुरू हो गए है। बीते बुधवार की शाम को अचानक ही करीब 15 कांग्रेस विधायक दिल्ली रवाना हो गए. इसके बाद आज कुछ और विधायकों के दिल्ली दौरे की चर्चा है।’ चर्चा है कि कांग्रेस के 8 से 10 और विधाकय गुरुवार को दिल्ली जाएंगे। हालांकि इसको लेकर अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। विधायकों के फिर से दिल्ली दौरे को लेकर पार्टी की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं आई है। इस मामले में सीएम भूपेश बघेल की भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।सीएम बघेल के बयान पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
हालांकि सीएम पद के दावेदार व राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का इस मामले में रुख साफ है। एक हिंदी वेबसाइट से चर्चा में टीएस सिंहदेव ने कहा कि 70 के 70 विधायक दिल्ली जा सकते हैं, इसमें हर्ज क्या है। विधायकों के सहमति पत्र ले जाने के मामले में उन्होंने कहा कि सभी 70 विधायकों का सहमति पत्र है. यही सहमति पत्र है कि जो हाई कमान का आदेश होगा, उसमें सबकी सहमति है। इससे पहले चर्चा में टीएस सिंहदेव ने कहा था कि अब बदलाव की बात अब खुल चुकी है. हाई कमान के निर्णय का इंतजार है। प्रदेश में अभी विधानसभा सत्र तो चल नहीं रहा है. ऐसे में विधायक रिफ्रेशमेंट के लिए भी जा सकते हैं. हाई कमान से अपनी बात रख सकते हैं।
कांग्रेस विधायकों के एक बार फिर दिल्ली दौरे पर बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने एक ट्वीट करते हुए लिखा- 70 का बहुमत 48 की परेड अब 15 की बारात .!! निष्ठावानो की संख्या घटते क्रम में !!! कैसे गढ़ोगे .?? इसके जवाब में टीएस सिंहदेव की प्रतिक्रिया आई है। टीएस ने कहा- अभी खाली है, खाली बैठे वो यही कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायकों का दिल्ली जाना इसमें नया क्या है।