Rohini Court Firing : रूम 207 के अंदर पहले से वकील बनकर बैठे थे बदमाश, जितेंद्र उर्फ गोगी आते ही फायरिंग, फिर जानिए क्या हुआ...
जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। जिसमें दोनों हमलावरों की भी मौके पर ही मौत हो गई
रोहिणी कोर्ट में दो बदमाशोें ने अंधाधुंध फायरिंग कर कुख्यात बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या कर दी। वारदात के समय उसे कोर्ट रूम में पेशी के लिए लाया गया था। एक वकील ने बताया कि कोर्ट रुम में जज के सामने बदमाशों ने जितेंद्र मान उर्फ गोगी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। जबावी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। जिसमें दोनों हमलावरों की भी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने तीनों शवाें को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचकर जांच कर रहे हैं। कोर्ट की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार रोहिणी कोर्ट रूम 207 में एनडीपीएस के एक मामले में जितेंद्र गोगी को पेशी के लिए लाया गया था। इस कोर्ट में एनडीपीएस से जुड़े मामले की सुनवाई होती है। कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी कि वकील की पोशाक पहने दो हमलावरों ने गोगी पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। बताया जाता है कि गोगी को तीन से चार गोलियां लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी दोनों हमलावरों पर गोली चलाई। जिसमें उन दोनों हमलावरों की भी गोली लगने की मौत हो गई।
रोहिणी कोर्ट में आज जो वारदात हुई है, वो दिल्ली की किसी भी निचली अदालत में हो सकती है। साकेत कोर्ट में भी सुरक्षा राम भरोसे ही है। यहां न तो मेटल डिटेक्टर ठीक से काम करता है और न ही प्रवेश के समय वकीलों या अन्य किसी की कोई जांच की जाती है। जब सुप्रीम कोर्ट में वकीलों की जांच होती है, हाई कोर्ट में बिना आइ कार्ड दिखाए वकील कोर्ट परिसर में नहीं जा सकते तो निचली अदालतों में भी सुरक्षा की ऐसी ही कड़ी व्यवस्था क्यों नहीं की जाती। पुलिस को वकीलों के साथ समन्वय के साथ कोर्ट परिसर में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।