बुलंदशहर : जहरीली शराब पीने से 4 की मौत और 16 की हालत गंभीर, कोतवाल, चौकी इंचार्ज समेत तीन निलंबित
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई है। इस मामले में थाना पुलिस की लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी दिक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पूरी को निलंबित किया गया है
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई है। इस मामले में थाना पुलिस की लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी दिक्षित कुमार त्यागी, हलका इंचार्ज और चौकी प्रभारी प्रभारी अनोखे पूरी को निलंबित किया गया है। साथ ही मामले में तीन लोगों को भी हिरासत में लिया गया है।
बता दें कि बुलंदशहर के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढी में शराब का सेवन करने से चार लोगों की मौत हो गई जबकि 16 अन्य लोगों की भी तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि गुरुवार की शाम गांव में ही बिक रही शराब का सेवन कुछ ग्रामीणों ने किया। शराब का सेवन करने के बाद ही लोगों की हालत बिगड़नी शुरू हो गई।
परिजन उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन चार लोगों ने दम तोड़ दिया। मरने वालों में सुखपाल 65 वर्ष, सतीश 45 वर्ष, कलुआ 40, सरजीत 45 वर्ष शामिल हैं। वहीं अजय, ओमवीर, सुखपाल, गजे, प्रेम सिंह, पन्ना आदि की हालत गंभीर है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। सीओ सिकंदराबाद नम्रता श्रीवास्तव ने कहा कि मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह गांव में पहुंचे। डीएम रविन्द्र कुमार ने बताया कि चार लोगों की शराब पीने से मौत होना बताया गया है। उनके शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं, जबकि 16 लोग की हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करा कर उपचार कराया जा रहा है। मामले की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में लापरवाही मानते हुए सिकंदराबाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दीक्षित कुमार त्यागी, चौकी इंचार्ज अनोखे पुरी और बीट कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। शराब बेचने का आरोपी फरार है। उसके परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई के आदेश दिए हैं। दोषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौक़े पर जाकर हर पीड़ित को बेहतर इलाज देने का निर्देश दिया गया है। साथ ही दोषी डिस्टीलरी के ख़िलाफ भी कठोरतम कार्रवाई का आदेश दिया गया है।