Uttarakhand Glacier Burst : अभी तक 26 लोगों की मौत, 171 की तलाश अब भी जारी
सुरंग कीचड़ से भरी हुई है, ऐसे में अंदर जाने में काफी मुश्किलें हैं, लेकिन रेस्क्यू करने वाली टीम अभी भी मिशन में जुटी हैं
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के बाद अब पूरा फोकस राहत-बचाव के काम पर है। सबसे बड़ी मुश्किल तपोवन की टनल में आ रही है, जहां करीब 37 लोगों के फंसे होने की आशंका है। सुरंग कीचड़ से भरी हुई है, ऐसे में अंदर जाने में काफी मुश्किलें हैं, लेकिन रेस्क्यू करने वाली टीम अभी भी मिशन में जुटी हैं। उत्तराखंड की घटना में अभी तक 26 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 171 की तलाश अब भी जारी है।
आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम तपोवन टनल में दाखिल हुई है। टीम सुरंग के अंदर के जल स्तर की जांच करेगी जहां से मलबा साफ किया गया है। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट प्रभावित हुआ था। इसमें 200 लोग लापता हैं। पश्चिम बंगाल के भी पांच मजदूर बह गए थे। बंगाल के पांचों मजदूर पूर्वी मिदनापुर और पुरुलिया जिले के रहने वाले थे।
सेना ने सुरंग तक पहुंच बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। गढ़वाल स्काउट्स के विशेषज्ञ पर्वतारोहियों की विशेष टीम सुरंग में ड्रिल करने के लिए काम कर रही है। ड्रिल करने में 3 से 4 घंटे लगेंगे। मलबा 100 मीटर तक साफ किया गया। हालांकि अब भी 80 मीटर रह गया है।